शिक्षक दिवस विशेष: राष्ट्रनिर्माताओं का सम्मान, राष्ट्रनिर्माण का संकल्प


के कुमार आहूजा  2024-09-06 04:20:42



शिक्षक दिवस विशेष: राष्ट्रनिर्माताओं का सम्मान, राष्ट्रनिर्माण का संकल्प

भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस का जश्न मनाया जाता है, जो डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन का प्रतीक है। इस दिन को खास बनाने के लिए पूरे देश में शिक्षकों को सम्मानित किया जाता है, जो समाज को नई दिशा देने और बच्चों को देश का जिम्मेदार नागरिक बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

शिक्षक दिवस का इतिहास और महत्व

भारत में शिक्षक दिवस का आयोजन 1962 से शुरू हुआ, जब डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने राष्ट्रपति पद संभाला। राधाकृष्णन, जो एक प्रसिद्ध दार्शनिक और महान शिक्षक थे, ने खुद अपने जन्मदिन को शिक्षकों को समर्पित कर दिया, ताकि उनके योगदान को देशभर में सम्मानित किया जा सके। यह दिन देशभर में शिक्षकों की अहमियत को समझने और उनके प्रति आभार व्यक्त करने का एक अनूठा अवसर बन गया।

शिक्षक दिवस की महत्ता: भविष्य का निर्माण

शिक्षक सिर्फ किताबों का ज्ञान नहीं देते, बल्कि वे बच्चों को नैतिकता, अनुशासन, और समाज में बेहतर इंसान बनने की सीख भी देते हैं। शिक्षकों का प्रभाव विद्यार्थियों के जीवन में एक अमूल्य योगदान है, जो समाज के भविष्य को दिशा देता है। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का कहना था कि समाज में बदलाव लाने वाले तीन मुख्य स्तंभ होते हैं – माता, पिता, और शिक्षक।

शिक्षक दिवस पर कैसे होता है जश्न

इस खास दिन पर स्कूल और कॉलेज में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। छात्र अपने शिक्षकों के प्रति सम्मान व्यक्त करने के लिए प्रस्तुतियाँ देते हैं, उन्हें फूल, कार्ड और उपहार प्रदान करते हैं। कई शैक्षणिक संस्थानों में शिक्षक सम्मान समारोह भी आयोजित किए जाते हैं, जहां शिक्षकों को उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया जाता है।

दुनियाभर में शिक्षक दिवस का जश्न

भारत के अलावा, दुनियाभर में भी शिक्षक दिवस अलग-अलग तारीखों पर मनाया जाता है। जैसे अमेरिका में इसे मई के पहले सप्ताह में मनाया जाता है, जबकि रूस और अन्य देशों में 5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है।

शिक्षक दिवस का संदेश: शिक्षकों के बिना शिक्षा अधूरी

शिक्षक न केवल ज्ञान के प्रदाता हैं, बल्कि वे बच्चों के जीवन में प्रेरणा स्रोत भी होते हैं। शिक्षकों का आदर करना और उनके योगदान को पहचानना समाज की उन्नति का प्रतीक है। आज के डिजिटल युग में भी शिक्षकों की भूमिका उतनी ही अहम है जितनी पहले थी। हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हर छात्र को शिक्षा के साथ-साथ एक मार्गदर्शक शिक्षक का भी साथ मिले।

आभार और प्रेरणादायक उद्धरण

शिक्षक दिवस पर अक्सर मशहूर उद्धरणों के जरिए शिक्षकों का सम्मान किया जाता है, जैसे "एक महान शिक्षक प्रेरित करता है" (विलियम आर्थर वार्ड) और "शिक्षक वह व्यक्ति है जो जीवन को जीने की कला सिखाता है" (अरस्तू)। इस दिन को यादगार बनाने के लिए शिक्षकों को धन्यवाद देना चाहिए और उन्हें समाज के असली नायक के रूप में मान्यता देनी चाहिए​।

शिक्षक दिवस सिर्फ एक दिन नहीं, बल्कि एक अवसर है जब हम उन व्यक्तियों को धन्यवाद देते हैं, जिन्होंने हमारे जीवन को नई दिशा दी। वे हमारे भविष्य के निर्माण में अहम भूमिका निभाते हैं और राष्ट्रनिर्माण में उनका योगदान अमूल्य है। आइए इस दिन को पूरे दिल से मनाएं और शिक्षकों को वह सम्मान दें, जिसके वे वास्तव में हकदार हैं।


global news ADglobal news ADglobal news AD