आतंकी हमले के खिलाफ डोगरा फ्रंट का उग्र प्रदर्शन, पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
के कुमार आहूजा 2024-09-05 19:24:58
आतंकी हमले के खिलाफ डोगरा फ्रंट का उग्र प्रदर्शन, पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग
जम्मू-कश्मीर के सुनजुवान सैन्य स्टेशन के पास हुए हालिया आतंकी हमले के खिलाफ आज डोगरा फ्रंट ने उग्र प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन में पाकिस्तान का पुतला जलाया गया और भारत सरकार से पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाने की मांग की गई। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने का समय आ गया है ताकि भविष्य में इस तरह के हमलों को रोका जा सके और देश की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
सुनजुवान हमले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन
सुनजुवान सैन्य स्टेशन के पास हुए आतंकी हमले के खिलाफ जम्मू में डोगरा फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर अपना आक्रोश व्यक्त किया। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान के खिलाफ नारेबाजी की और उसका पुतला जलाकर अपने गुस्से का इजहार किया। उनका कहना था कि पाकिस्तान की लगातार हो रही हरकतों को अब बर्दाश्त नहीं किया जा सकता और भारत सरकार को पाकिस्तान के खिलाफ ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।
डोगरा फ्रंट की मांग
प्रदर्शन के दौरान डोगरा फ्रंट के नेताओं ने भारत सरकार से अपील की कि पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि जब तक पाकिस्तान को सख्त संदेश नहीं दिया जाएगा, तब तक इस तरह के हमलों का सिलसिला नहीं रुकेगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि भारत को अपनी सुरक्षा के लिए किसी भी तरह के समझौते से बचना चाहिए और पाकिस्तान के आतंकी मंसूबों को नेस्तनाबूद करना चाहिए।
भारत सरकार के लिए संदेश
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अब समय आ गया है कि भारत सरकार पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे। उन्होंने कहा कि देश की सुरक्षा और नागरिकों की जान-माल की रक्षा के लिए सरकार को त्वरित और निर्णायक कदम उठाने चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक पाकिस्तान को उसके आतंकी हमलों के लिए उचित सजा नहीं दी जाती, तब तक वह अपने नापाक इरादों से बाज नहीं आएगा।
स्थानीय जनता की प्रतिक्रिया
सुनजुवान आतंकी हमले के बाद जम्मू की जनता में भारी आक्रोश देखने को मिला। डोगरा फ्रंट के प्रदर्शन में बड़ी संख्या में स्थानीय लोग शामिल हुए और उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ अपनी नाराजगी जताई। लोगों का कहना था कि सरकार को अब पाकिस्तान के खिलाफ निर्णायक कदम उठाने चाहिए ताकि इस तरह के हमलों का अंत हो सके।